Algorithm एल्गोरिदम
विषयवस्तु:- Algorithm (एल्गोरिदम) क्या होता है?
💡 Algorithm क्या होता है?
Algorithm एक step-by-step plan होता है —
जिससे हम यह तय करते हैं कि किसी problem को solve करने के लिए कौन-कौन से steps लेने हैं।
👉 आसान शब्दों में —
Algorithm एक ऐसा प्लान है जो हमें बताता है कि coding कैसे शुरू करनी है,
कौन से steps follow करने हैं, और desired result तक कैसे पहुँचना है।
🔍 Coding से Algorithm का रिश्ता
Coding का मतलब होता है — computer को instructions देना। लेकिन, instructions लिखने से पहले हमें ये तय करना पड़ता है कि इन instructions का order क्या होगा, कौन सा step पहले और कौन सा बाद में आएगा
📚 Algorithm का Real-Life Example: Dictionary वाली कहानी
माना एक लड़का है — Mukesh, जो library में एक book पढ़ रहा है। उसे एक नया word मिला — “PROXY”, जिसका meaning उसे नहीं पता। अब Mukesh ने meaning जानने के लिए dictionary खोल ली। पर dictionary में तो हजारों words हैं! तो Mukesh ने एक plan बनाया:
फिर “PRO” वाले
फिर “PROX” वाले
और आखिर में “PROXY”
फिर “PR” वाले words
👉 ये जो Mukesh ने plan बनाया — वो एक Algorithm है!
💻 Coding में Algorithm का इस्तेमाल कैसे होता है?
जब हम कोई program, game या app बनाते हैं,
तो हम भी ऐसा ही step-by-step plan (Algorithm) बनाते हैं।
जैसे उदाहरण के लिए:
हमें एक simple program बनाना है, जो कहे —
“Hello! Let’s start the game.”
🧠 Algorithm क्यों जरूरी है?
यह हमें coding शुरू करने से पहले सोचने और planning करने में मदद करता है।
यह ensures करता है कि computer को सही और logical instructions मिले।
Algorithm से हमें errors कम करने और coding को आसान बनाने में मदद मिलती है।
👉 Coding बिना Algorithm के वैसी है जैसे बिना map के सफर शुरू करना।
🎓 Skill-Based Learning और NEP 2020
आज के समय में coding और AI skills बच्चों के लिए उतनी ही जरूरी हैं
जितनी maths और science।
भारत सरकार की नई शिक्षा नीति (NEP 2020) के तहत
CBSE ने Microsoft और Intel के साथ मिलकर
AI और Coding का syllabus तैयार किया है,
ताकि बच्चे इन future-ready skills को स्कूल से ही सीख सकें।
🌈 Child Patronal Zone का मिशन
Child Patronal Zone का उद्देश्य है —
हर बच्चे तक AI और Coding की शिक्षा बिलकुल मुफ्त और आसान भाषा में पहुँचाना।
हमारा मिशन है कि हर बच्चा “सोचे, समझे और खुद technology बनाए!”
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